बिलासपुर के हाई प्रोफाइल कथित रेप मामले में पुलिस पर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने का आरोप लगाते हुए आम आदमी पार्टी ने विरोध दर्ज कराया है। बिलासपुर की महिला का विवाह रायगढ़ के उद्योगपति के साथ हुआ था, जिनकी 9 साल की एक बेटी है। महिला ने आरोप लगाया था कि उसके ही पति ने उसकी बेटी के साथ कथित रेप किया है। इसकी शिकायत महिला ने सकरी थाने में की थी, जिसके बाद से उसका पति फरार है। इधर मां के रहते बच्चे की कस्टडी सीडब्ल्यूसी को दी गई है। जिसे लेकर महिला ने कलेक्टर से लेकर हाईकोर्ट तक अपील की है, लेकिन 9 साल की बेटी की कस्टडी महिला को मिलने की बजाय सीडब्ल्यूसी उसे रायगढ़ भेज रही है। महिला को आशंका है का है कि रायगढ़ में उसकी बेटी की जान को खतरा है ।इसके बाद शनिवार को पीड़ित महिला अपनी बेटी की कस्टडी हासिल करने के लिए कलेक्ट्रेट के गेट के बाहर धरने पर बैठ गयी।
पूरी रात ठंड में धरने पर बैठी महिला के समर्थन में आम आदमी पार्टी ने भी धरना प्रदर्शन किया। इधर रविवार रात को एसडीम के साथ पहुंची प्रशासन की टीम ने महिला को वहां से हटने और सुबह कलेक्टर से शिकायत करने को कहा। प्रशासन का दावा है कि इसके बाद महिला अपने भाई के साथ घर चली गई, लेकिन इस लड़ाई को राजनीति के लिए जमीन तलाशती आम आदमी पार्टी ने हाईजैक कर लिया और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता नेहरू चौक पर धरना प्रदर्शन करने लगे।
लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बिगड़ने की आशंका के चलते पुलिस ने उन्हें प्रतिबंधित इलाके में धरना प्रदान करने से रोका, लेकिन आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता नहीं माने ।जिसके बाद पुलिस उन्हें प्रतिबंधात्मक कार्यवाही के तहत गिरफ्तार कर कोनी थाना ले गई।
इधर आम आदमी पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं ने इसके लिए राज्य शासन के साथ विपक्ष को भी लपेटते हुए इस कार्यवाही को द्वेषपूर्ण कार्यवाही बताया और तुरंत आरोपी पिता की गिरफ्तारी करने और बच्ची को मां के सुपुर्द करने की मांग की। आम आदमी पार्टी ने चेतावनी भी दी है कि अगर उनकी मांग पूरी नहीं की गई थी इस मुद्दे पर प्रदेश व्यापी आंदोलन किया जाएगा।