फिरौती मांगने वाले 10 नक्सली समर्थक गिरफ्तार,नदी निर्माणकार्य में कार्यरत ठेकेदार का अपहरण कर मांगी थी 70 लाख रूपयों की फिरौती

बिप्लब कुण्डू –27.11.22

पखांजुर –
पखांजुर छत्तीशगढ़ के सीमा से लगे महाराष्ट्र के
गड़चिरोली जिला पुलिस विभाग के नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल की अगुवाई में सुरक्षाबलों को एक बड़ी सफलता हाथ आयी है। सुरक्षाबलों ने फिरौती मांगने के मामले में 10 नक्सली समर्थकों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार नक्सली समर्थकों ने गत 5 नवंबर को अहेरी तहसील के पेरमिली उपपुलिस थाना अंतर्गत आने वाले बांडिया नदी निर्माणकार्य स्थल पर पहुंचकर निर्माणकार्य ठेकेदार का अपहरण कर 70 लाख रूपयों के फिरौती की मांग की थी। इस मामले की शिकायत प्राप्त होते ही सुरक्षाबलों ने जाल बिछाकर तहसील के चंद्रा और रापल्ले जंगल परिसर में जाल बिछाकर 10 नक्सली समर्थकों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।
गिरफ्तार नक्सल समर्थकों की और से बड़े पैमाने पर विस्फोटक समेत नक्सली सामुग्री भी बरामद की गयी।
नक्सल समर्थकों को गड़चिरोली कोर्ट ने आगामी 29 नवंबर तक पुलिस की हिरासत में रखने के आदेश दिए है। गिरफ्तार नक्सली समर्थकों में आलदंडी निवासी चैनु कोम्मा आत्राम (39), दानु जोगा आत्राम (29), चंद्रा गांव निवासी शामराव लखमा वेलादी (45), संजय शंकर वेलादी (39), किशोर लालु सोयाम (34), येरमनार टोला निवासी बाजु केये आत्राम (28), रापल्ले निवासी मनिराम बंडू आत्राम (45), येरमनार टोला निवासी जोगा कोरके मडावी (50), येरमनार निवासी लालसु जोगी तलांडे (30) और अहेरी तहसील के मल्लमपल्ली निवासी बजरंग बंडू मडावी (40) का समावेश है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अहेरी तहसील के पेरमिली उपपुलिस थाना अंतर्गत आने वाली बांड़िया नदी में वर्तमान में पुल का निर्माणकार्य शुरू है। गत 5 नवंबर की रात 3.15 बजे के दौरान 2 बंदूकधारी नक्सली समर्थक निर्माणकार्य स्थल पर पहुंचे। यहां से उन्होंने निर्माणकार्य ठेकेदार का अपहरण कर चंद्रा जंगल परिसर होते हुए रापल्ले जंगल परिसर में ले गये। इस समय जंगल परिसर में 10 से 12 की संख्या में अन्य नक्सली समर्थक बंदूक थामे खड़े थे। इस दौरान निर्माणकार्य नियमित रूप से जारी रखने के लिए नक्सल समर्थकों ने ठेकेदार से 70 लाख रूपयों के फिरौती की मांग की।

संबंधित निर्माणकार्य स्थल पर मौजूद मजदूरों की शिकायत पर 6 नवंबर को पेरमिली उपपुलिस थाना में अज्ञात नक्सल समर्थकों के खिलाफ धारा 364 (अ), 387, 342, 506, 34 और 3/25 के तहत मामला दर्ज किया गया। सुरक्षाबलों ने इस घटना की सूचना नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल को दी। जानकारी के मिलते ही एसपी निलोत्पल ने नक्सली समर्थकों को गिरफ्तार करने के साथ साथ अपह्त ठेकेदार के रिहायी ही योजना बनायी। योजना के तहत सुरक्षाबलों को नक्सली खोज मुहिम पर तैनात किया गया। इसी दौरान 24 नवंबर को चंद्रा और रापल्ले जंगल परिसर में 10 नक्सली समर्थकों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। इस दौरान अपह्त निर्माणकार्य ठेकेदार की रिहायी भी की गयी। गिरफ्तार नक्सली समर्थकों से सुरक्षाबलों ने नक्सली पर्चे, एसएलएल आर की काले रंग की मैगजीन, एसएलआर के 7.62 एम. एम. के. 19 जिंदा काडतूस, 2 भरमार बंदूकें, हिरो स्प्लेंडर कंपनी की दोपहियां क्रमांक एम. एच. 33 एल. 8864, हीरो एच. एफ. डीलक्स कंपनी की दोपहियां क्रमांक एम. एच. 33 ए. एन. 3325, 2 नग कमांडो शर्ट, डांगरी कलर का 1 लोअर पैन्ट, 1 टॉर्च ऐसी नक्सली सामुग्री बरामद की है। गिरफ्तार सभी नक्सलियों को पहले 23 नवंबर को जिला न्यायालय में पेश किया गया। जहां उन्हें 3 दिनों तक पुलिस की हिरासत में रखने के आदेश दिए गये। वहीं 26 नवंबर को दोबारा न्यायालय में पेश करने के बाद आगामी 29 नवंबर तक सभी नक्सली समर्थकों को पुलिस हिरासत में रखने के आदेश न्यायालय ने दिए है।
यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल, अपर पुलिस अधीक्षक (अभियान) अनुज तारे, अपर पुलिस अधीक्षक कुमार चिंता, अपर पुलिस अधीक्षक यातिश देशमुख, उपविभागीय पुलिस अधिकारी अमोल ठाकुर के मार्गदर्शन में प्रभारी अधिकारी धवल देशमुख, पुलिस उपनिरीक्षक अजिंक्य जाधव, पुलिस उपनिरीक्षक दीपक सोनुने, पुलिस हवालदार रामहरि जांभुले, रवींद्र बोढे, पुलिस सिपाही राहुल खार्डे, महेश दुर्गे, प्रशांत मेश्राम, मधुकर आत्राम, विवेक सिडाम, राकेश उरवेते, ब्रिजेश सिडाम आदि ने की।

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