गेज नदी पर बन रहे ब्रिज के लिए धड़ल्ले से हो रहा है रेत का अवैध उत्खनन, विभाग ने मूंदी आंखें

सुश्री नीतू

सूरजपुर. एवं कोरिया जिले के सरहद पर लोक निर्माण विभाग द्वारा सेतुः निर्माण में अवैध रेत का उतखन्न कर निर्माण कार्यों पर लगाया जा रहा है,
उल्लेखनीय है की कोरिया एवं सूरजपुर के सरहद स्थित
गेजी नदी नावा पारा कला मार्ग पर गेज नदी पर उच्च स्तरीय सेतुः पुल का एवं पहुंच मार्ग निर्माण का
एजेंसी लोक निर्माण विभाग संभाग अंबिकापुर को दायित्व दिया गया है,
जिसकी प्रसासनिक स्वीकृति राशि 595.620 लाख एवं तकनीकी स्वीकृति राशि लगभग 583.940 लाख दर्ज किया गया है, जिसमे अनुबंध मेसर्स एम के गुप्ता एन्ड कम्पनी को दिया गया है, अनुबंध क्रमांक 18 डी एल 2023.24.अंकित है, तथा कार्य पूर्णता दिनाक कार्य आदेश 13.06.23.से पुरे बारह महीने वर्षा ऋतू बताया गया है
पुल की कुल लम्बाई 168मीटर तथा 07 स्पान 24.00मीटर एवं अवटमेंट शामिल है,
जिसमे प्रमुख रूप से सूरजपुर जिले के नावापारा की ओर लगभग 104,50 मीटर की है,
आप को यह बताना लाजिमी है की इतने लम्बे सेतुः पुल के निर्माण में किस तरह से अवैध तरीके से रेत का उतखन्न कर शाशन प्रसासन एवं ग्राम पंचायत को दिए जाने वाला रियालटी का खुले आम चुना लगाया जा रहा है,


नदी के बालू का उपयोग करने न तो पंचायत से अनुमति लिया है न ही खनीज विभाग से अब तक करोड़ से जादा रूपये की रेत का उठाव कर निर्माण में खफा दिया गया किन्तु निर्माण एजेंसी के द्वारा पंचायत से अनुमति लिया न विभाग से इस तरह मनमानी तरीके से बालू को नदी से निकाल कर खुले आम खपाया जा रहा है न पंचायत इस पर कोई आपत्ति किया न ही दोनों जिले के खनीज अधिकारी इस मामले में संज्ञान लिया है, जिससे शाशन प्रसासन को दिए जाने वाला रियाल्टी शुल्क को खुले आम चुना लगाया जा रहा है,
वहीं ग्रामीणों ने जिला कोरिया एवं सूरजपुर के जिला प्रसाशन का ध्यान आकर्षण कराते हुए उक्त सेतुः पुल में अवैध रेत उतखन्न पर प्रतिबंध लगाते हुए उचित कार्यवाही की मांग किया है, जिससे गांव की सम्पत्ति को क्षति न हो ओर नदी का रेत सुरक्षित रह सके,,
वहीं ग्रामीणों ने आरोप लगा बताया की गांव गांव में प्रधानमंत्री आवास निर्माण के लिए गांव के लोग कहाँ से रेत से निर्माण करेंगे सारा रेत सेतुः पुल में खुलेआम खपाया जा रहा है, जिसकी सुरक्षा होना, या करना प्रसासन की जिम्मेदारी है

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