बतौर छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विस्वा भूषण हरिचंदन ने शपथ ले ली है। छत्तीसगढ़ की पूर्व राज्यपाल अनुसुइया उइके की विदाई के बाद उन्होंने नए राज्यपाल के रूप में शपथ ली। राजभवन के दरबार हॉल में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में बिलासपुर हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस अरूप कुमार गोस्वामी ने उन्हें शपथ दिलाई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल , विधान सभा अध्यक्ष सहित मंत्रिमंडल के कई सदस्य मौजूद रहे।
विस्वा भूषण हरिचंदन का जन्म 3 अगस्त 1934 को उड़ीसा के खोरधा जिला में हुआ था । उनके पिता का नाम परशुराम हरिचंदन है। उनकी पत्नी का नाम सुप्रभा हरिचंदन है। बिस्व भूषण हरिचंदन 1962 में उड़ीसा के उच्च न्यायालय बार और 1971 में भारतीय जन संघ में शामिल हुए। उड़ीसा की राज्य विधानसभा के लिए वे 5 बार चुने गए। 1977 में जनता पार्टी गठित होने के बाद वे जनसंघ के आंध्रा महासचिव रहे। हरिचंदन 1980 से 1988 तक बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे। हरिचंदन राजस्व, कानून ग्रामीण विकास, उद्योग, खाद्य नागरिक आपूर्ति, श्रम और रोजगार , आवास सांस्कृतिक, मत्स्यपालन और पशु विभाग जैसे महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाली है। इमरजेंसी के दौरान उन्होंने कई महीने जेल में भी बिताए।
इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्यपाल विस्वा भूषण हरिचंदन अनुभवी राजनेता है। वे पांच बार विधायक रहे है। अनेक विभागों के मंत्री भी रहे और राज्यपाल के रूप में भी उन्होंने अपनी सेवाएं दी। छत्तीसगढ़ को उनके अनुभवों का लाभ मिलेगा।
राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन के छत्तीसगढ़ के राज्यपाल के रूप में शपथ ग्रहण उपरांत प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पुष्पगुच्छ भेंटकर अभिवादन किया और शुभकामनाएं दी।