संस्कृति आर्य गुरूकुल राजकोट गुजरात के सौजन्य से पखांजूर के राजेन्द्र नगर ग्राम मे मातृ दिवस के उपलक्ष मे 1 से 15 बर्ष के बच्चो को निशुल्क सुवर्ण प्रशिक्षण संस्कार करवाया गया,

पखांजूर से बिप्लब कुण्डू–

पखांजूर–
संस्कृति आर्य गुरूकुल राजकोट गुजरात के सौजन्य से पखांजूर के राजेन्द्र नगर ग्राम मे पुष्यनश्वत्र मातृ दिवस के उपलक्ष मे 1 से 15 बर्ष के बच्चो को निशुल्क सुवर्ण प्रशिक्षण संस्कार करवाया गया, यह सुवर्ण भस्म,मधु, गोघ्रत व दिव्य ओषधि का सययोजन कर मंत्रोच्चार कर निर्मित किया जाता है। आयोजक गिरीश प्रामानिक(योग में परस्नातक )ने बताया कि इसके सेवन से बच्चो का शारिरिक, मानसिक स्वास्थ्य कि सुधार होता है, रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है, वायरल इन्फेक्शन से बचाव होता है, यह अति प्राचीन विधा है पुर्व मे जब वैक्सीन नही बना था तब यह सस्कार प्रचलित था, वर्तमान मे भी जहरीली दवाई, अनावश्यक वैक्सीनेसन,पोलियो से छुटकारा पाने हेतु रोज बच्चो को दिया जा सकता है, विशेष प्रभाव पुष्य नक्षत्र को होता है। ओर साथ ही अमृत प्राश कि चर्चा किया गया जिसके सेवन से ऐनटेवायोटिक और वैक्सीन के दुष्प्रभाव से हम बच सकते है,व सर्वोत्तम रूप से शरीर का डिटाक्सिफिकेसन करता है। यह चान्दी के भस्म से बनता जो शरीर के अंदर जा रहे रसायन को निकाल बाहर करता है। साथ में दीपंकर और निलय भाई ने योग, प्राकृतिक कृषि , कि चर्चा किया किए।


संस्कृतिगुरूकुलम 50 बर्षो से सेवा दे रही है, ओर इस संस्था को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

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